विवरण: जैसे ही मेरी छात्रावास की सहेली को अपना खेल शुरू होता है, मैं चुपके से उसके कसे हुए शरीर का अनुभव करता हूं। वह मेरे धड़कते हुए लंड को सहलाते हुए एहसान का बदला चुकाने के लिए जल्दी करती है। जैसे ही हम कपड़े उतारते हैं, क्रिया गर्म हो जाती है, और मैं उसकी गीली चूत को उत्साह से ले जाता हूं, जिससे एक मन-उड़ाने वाला चरमसुख होता है।